( सर्वेश पाण्डेय की रिपोर्ट)आजमगढ़ के बिलरियागंज नगर पंचायत के चहेतो को प्रधानमंत्री आवास पास हो कर बनाया गया वहीं
जो की सरकार शासन द्धारा मिल रहा है जो पात्र है उस पर शासन की नजर नहीं पडती वही जांच किया जाय तो पता चलेगा कि कितना गरीब तबके के
लोग जीवन गुजार रहे है पात्रों के चयन
मे सभासद इजी.नगर पंचायत बिलरियागंज का पुरा हाथ है जिसे चाहेंगे उसे मिलेगा अन्यथा दौडते रहो यही प्रधानमंत्री आवास की कहानी है
सूची मे देखा जाये तो गरीब बस्ती जो
पात्र है उन लोगों को आवास पास न होगा बताया गया कि शासन के ओर से केवल सूची मांगी जाती है मगर सत्यापन नही हुआ जिसमें
राजेश का शिवनगर वार्ड नंबर 7 जर्जर मकान बरसात मे गिर रहा है बच्चे परिवार दहशत मे है अप्रिय घटना की आसंका बना रहता हैं लेकिन
नगर पंचायत अध्यक्ष को दिखाया गया था मकान जिसमें चेयरमैन साहब तो दो वर्ष से आश्वासन दे रहे हैं जिसमें कस्बा निवासी राजकुमार जायसवाल ने चेयरमैन विरेन्द्र विश्वकर्मा से पुछने पर वह बोले हमने आवास फाइल भेज दिया है अब लखनऊ से पास हो कर आये तभी मिलेगा आवास मिल पायेगा
2 टिप्पणियाँ
हर गांव में यही है, न सरकार कोई करवाही करती है न प्रशासन और मीडिया वालो तो बस प्रधान जी हफ्ता वसूली करने की तरह आते हैं , पैसे लेकर आंख बंद किया चले जाते है ।
जवाब देंहटाएंसच्चाई दिखाने वाले कोई पत्रकार हो तो आए हमारे गांव करीमाबाद , (काकोरी ब्लॉक) में लोग मिट्टी के घरों में गुजरा कर रहे है । और प्रधान जी अपने चाहते लोगो को जिनके पक्के घर पहले से बने है उन्हे आवास दिए जा रहे है। शासन प्रशासन सब हाथ पे हाथ धरे सब देखते है और आपने हिस्से की रकम अपने के लिए मुंह फैलाए रहते है ।
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