मैहर। मां शारदा के अनन्य भक्त और पूर्व प्रधान पुजारी देवी प्रसाद पांडेय का लंबी बीमारी के चलते मंगलवार की दोपहर 3:30 बजे दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में निधन हो गया। वहीं उनका अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह 10:00 बजे मैहर देवी जी रोड स्थित बांधा के पास किया जाएगा।
बतादें कि, 75 वर्षीय पुजारी लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। कुछ दिन पहले ही उन्हें इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया था। जिस समय उन्होंने अंतिम सांस ली उस वक्त मौके पर बड़े पुत्र पवन पांडेय और छोटे पुत्र दीपक पांडे अस्पताल में ही थे। वहीं अब उनका पार्थिक शरीर का अंतिम संस्कार बुधवार को मैहर में किया गया।
पुजारी देवी प्रसाद पांडेय का जीवन परिचय
मैहर के त्रिकूट पर्वत पर विराजी मां शारदा देवी मंदिर के प्रधान पुजारी देवी प्रसाद पांडेय का 75 वर्ष की उम्र में मंगलवार की दोपहर दिल्ली में निधन हो गया। उनका एम्स में इलाज चल रहा था। उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली से मैहर लाया गया हैं, वहीं उनका अंतिम संस्कार मैहर में कल गुरुवार 10:00 बजे किया जाएगा।
देवी प्रसाद अपने पिता के बाद मां शारदा देवी मंदिर के प्रधान पुजारी बनकर माता की सेवा कर रहे थे। 12 वर्ष की उम्र से ही उनका मन पूजा पाठ में लग गया था। पारिवारिक सूत्र बताते हैं कि कई दशकों से उनका परिवार माता रानी की पूजा करते आ रहे हैं। देवी प्रसाद ने मां शारदा को प्रसन्न करने के लिए अपनी जीव तीन बार माता रानी के चरणों में अर्पित की थी। इसके साथ ही माता रानी की आरती की रचना भी उन्होंने ही की थी।
देवी प्रसाद घर से मंदिर और मंदिर से घर तक ही आते जाते थे। उन्होंने कभी मैहर नगर की गलियों में जानने की रुचि नहीं ली उनके लिए घर के बाद दूसरा एकमात्र स्थान मंदिर ही रहता था। पिछले कुछ समय से ही मंदिर के प्रधान पुजारी का प्रशासन द्वारा उत्तरदायित्व उनके बड़े बेटे पवन पांडे को दिया गया। देवी प्रसाद मंदिर परिसर की गुफा में रहते थे।
0 टिप्पणियाँ