अहरौला - आजमगढ़|संतोष चौबे की रिपोर्ट|कस्बे में चल रही रामलीला मंचन के क्रम में अंतिम दिन गुरुवार की रात भरत मिलाप का कार्यक्रम आयोजित किया गया 14 वर्ष व्यतीत होने पर भरत के लिए हर क्षण महीनों की तरह बीत रहा है वह बेचैन और बेसब्री से राम लक्ष्मण और सीता के आने का इंतजार कर रहे हैं सूचना मिलती है की प्रभु श्री राम अपने वानर दल के साथ अयोध्या नगर के बाहर पहुंच चुके यह सुनते ही भरत भईया भाभी को पुकारते नंगे पांव ही दौड़ते हुए नगर के बाहर पहुंचते हैं और दोनों भाई का मिलन देखकर वहां मौजूद लोग भावुक हो गए दोनों भाई के इस मिलन को देखकर लोग तो अपनी भावनाओं को नहीं रोक पाए और रोने भी लगे। अयोध्या में पहुंचते ही विशाल वानर सेना का स्वागत होता है और नए-नए वस्त्र आभूषण सभी को पहनने के लिए दिए जाते हैं और राज्य में चारों तरफ जय श्री राम के जयकारे गूंजने लगते है अयोध्या में पहुंचने के बाद प्रभु श्री राम माता कैकई से मिलकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं इस मौके पर लोगों ने प्रभु श्री राम की झांकी की आरती उतारी और उन्हें तिलक लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। रामलीला समिति के सभी कलाकारों को समिति की तरफ से अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। रामलीला समिति के अध्यक्ष नीरज चौरसिया ने सभी सहयोगियों और कार्यकर्ताओं का आभार जताया और कहा कि प्रभु श्री राम की कृपा से प्रभु की लीला सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई सबका सहयोग मिला।
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