गोरखपुर|न्यूज ऑफ इंडिया की रिपोर्ट|यूनिसेफ द्वारा संचालित एवं एक्शनएड द्वारा सहायतित नईपहल/ बाल संरक्षण परियोजना के अंतर्गत  ब्लॉक खोराबार  के  गांव जंगल चवरी पांडे टोला में किशोरी समूह एवं स्वयं सहयता समूह की महिलाओं  के साथ एक दिवसीय  बैठक  किया गया।  बैठक में ग्राम  प्रधान सुमन सिह 3 गांव  की 55 किशोरियों एवम महिलाओं ने प्रतिभाग किया। बैठक की शुरूवात जिला समन्वयक समीक्षा यादव द्वारा संस्था का परिचय देते हुए उद्देश्य एवं कार्य से अवगत कराया तत्पश्चात  किशोरी समूह का गठन कर एवं उन्हें सरकार द्वारा संचालित सरकारी योजना से जोड़ने पर विस्तार पूर्वक चर्चा की । जिला समन्वयक समीक्षा के  द्वार बताया गया बच्चियां  अगर विद्यालय में होगी तो उनका भविष्य उज्जल होगा और वो बाल विवाह, बाल श्रम में लिप्त नहीं होंगी।  किशोरीं संबंधी मुद्दों पर चर्चा करते हुए मिशन शक्ति, वोमेन हेल्पलाइन नंबर 1090, छात्रवृत्ति योजना, मिशन वात्सल्य, किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्राथमिक /सामुदायिक स्वास्थ केंद्र , डाक घर , पुलिस चौकी तथा बैंक आदि के विषय में पर प्रकाश डाला गया। किशोरीं बालिकाओं द्वारा गीत एवम खेल के  माध्यम से मासिक धर्म, दहेज प्रतर्णा एवम अपने हक के लिए जागरूकता पर बात रक्खी एवं बताया की परियोजना से जुड़ कर  अब तक किशोरी समूह की 7 किशोरी लड़कियों को स्किल डेवलपमेंट मिशन से जोड़ा गया जिसमे वो कंप्यूटर एवम् ब्यूटीशियन का कोर्स कर सकेंगी। बैठक में विस्तारपूर्वक  बताया गया कि नई पहल/बाल संरक्षण  परियोजना का मुख्य उद्देश किशोरियों को सशक्त कर बाल श्रम, बाल विवाह को ख़त्म करना है। सभी बच्चों का विद्यालय में नामांकन , उपस्थिति को सुनिश्चित करना है, बच्चियों पर होने वाले अपराध अंकुश लगाना, पुलिस व अन्य हितधारकों का सहयोग लेकर बाल तस्करी, बाल श्रम को ख़तम करना है। बच्चियों की चुप्पी तोडना व समुदाए का सहयोग लेना है। खुली बैठक में किशोरी बच्चियों ने बताया की उनकी अभिरुचि क्या है बढ़ कर टीचर, नर्स, पुलिस तो कोई एयर होस्टेस बनना चाहती है। किशोरी बालिकाओं के समूचे समूचे  विकास, आवश्यक कानूनों जैसे - बाल विवाह प्रतिषेद अधिनियम 2006 , बाल श्रम प्रतिषेद एवं विनयम अधिनियम 1989 (संशोधन 2016 ), भ्रूण हत्या , पास्को इत्यादि पर चर्चा की गयी।