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बर्थडे या हैप्पी एनिवर्सरी पर केक काटते हैं और मोमबत्ती जलाकर फिर उसे हम मुंह से बुझाते हैं, यह हमारे सनातन धर्म का हैं कुप्रचार

 मुंबई : जन जीवन आधार फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश चन्द मौर्य की पहल से समाज में बड़ी संख्या में बदलाव हो रहा है।



रमेश चन्द मौर्य कहते है कि,"सभी सनातनी भाई बहनों को इस सनातन धर्म प्रचार के माध्यम अवगत कराया जा रहा है कि ,आप लोग अपने परिवार में जो बर्थडे या हैप्पी एनिवर्सरी मनाते हैं | 


थोड़ा परिवर्तन करें जैसे बर्थडे के दौरान हम केक काटते हैं और मोमबत्ती जलाकर फिर उसे हम मुंह से बुझाते हैं, इससे हमारे सनातन धर्म का कुप्रचार होता है।


 हमारे सनातन धर्म में दिपक जलाकर मुंह से बुझाना अशुभ माना जाता है और तमाम प्रकार के हानि कारक केमिकल से बने पदार्थो का सेवन करते हैं जैसे गुब्बारा और भी बहुत सारी चीज़ें हैं जो शरीर और हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।


 ऐसा न करके हम सनातन संस्कृति के माध्यम से हम बर्थडे न कह कर अवतरण दिवस कहें तो सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और सजावट के जगह हम फुलों का प्रयोग करें मोमबत्ती के जगह हम घी के दिपक का प्रयोग करें और उस दिपक को बुझाये नहीं।


 जिस किसी का जन्म दिवस है उससे धार्मिक अनुष्ठान कराएं और आशीर्वाद स्वरुप अपने हाथों में फूल जल लेकर उस बच्चे को आर्शीवाद देते हुए कम से कम एक बार सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ करें और इसी तरह अपनी एनिवर्सरी को भी मनाएं जिससे हमारी आनेवाली पीढ़ी सनातन धर्म के प्रति जागरूक होगी और लोगों के प्रति धर्म मर्यादा स्थापित होगा ।


 अगर आप सनातन धर्म को मानते हैं तो इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाएं आज से सनातन धर्म के साथ अपना जन्म दिवस और एनिवर्सरी को भी मनाएं।

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