सारे दुख हर लेती है रामकथा बाबा बजरंगदास नौ दिवसीय संगीतमय रामकथा का शुभारंभ


कादीपुर सुलतानपुर |सूर्यप्रकश तिवारी की रिपोर्ट। 'रामकथा सारे दुख हर लेती है। राम चरित मानस में जीवन की सारी परेशानियों का समाधान है । जैसे जैसे व्यक्ति भगवान की भक्ति में डूबता है उसकी आत्मा शुद्ध होती जाती है।' यह बातें बाबा बजरंगदास ने कहीं। 

वह जूनियर हाईस्कूल मैदान में चल रही नौ दिवसीय संगीतमय रामकथा के उद्घाटन अवसर पर प्रवचन कर रहे थे। 

उन्होंने बताया कि जीवन को सकारात्मक बनाये रखने के लिए सत्संग आवश्यक है। 


इससे पूर्व रामकथा सुनाते हुए बाल व्यास सम्पूर्णानंद ने कहा कि  भक्ति धीरे-धीरे जीवन में उतरती है। भक्त होना सरल नहीं है। 

स्वागत करते हुए संयोजक सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि इक्कीस वर्षों से लगातार एक ही स्थान पर एक ही कथाकार द्वारा होने वाली यह संगीतमय रामकथा


विशिष्ट महत्व रखती है। कथा नौ नवंबर तक प्रतिदिन सायं सात बजे से रात दस बजे तक चलेगी । 

 संचालन वरिष्ठ साहित्यकार मथुरा प्रसाद सिंह जटायु ने किया। इस अवसर पर एडवोकेट जय शंकर तिवारी, इंद्रसेन सिंह, राम जियावन मोदनवाल समेत अनेक प्रमुख लोग उपस्थित रहे।


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