माहुल के रफी मेमोरियल स्कूल इंग्लिश स्कूल में बच्चों ने बांधा शमा बाल दिवस पर बच्चो का मुशायरा और कवि सम्मेलन हुआ आयोजित

 •मैं मर जाऊं तो धरती मां मुझे गोदी में रखती है,किसी और का बच्चा इतना प्यारा हो नही सकता।




माहुल(आजमगढ़)। शशिकांत पाण्डेय की रिपोर्ट|नगर के रफी मेमोरियल इंग्लिश स्कूल में बाल दिवस के शुभ अवसर पर मंगलवार को   बच्चो का कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन किया गया।जिसमे स्कूल के बच्चो ने शायरी,कविता गीत गजल आदि सुनाकर लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया।कार्यक्रम शाम चार बजे से शुरू होकर शाम सात बजे तक चला।

 कार्यक्रम की शुरुआत मशहूर शायर असद आजमी ने नात पाक पढ़ कर किया।उसके बाद कक्षा छः के छात्र तलहा ने अदनान प्रतापगढ़ी की गजल शहीदों की अमानत है तिरंगा मेरे भारत का,कक्षा आठ की छात्रा अद्विका ने सबको सीने से लगाते है ,नज्म सुना कर शमा बांध दिया।बच्चो के इस कवि सम्मेलन और मुशायरे में कक्षा आठ की छात्रा इल्मा ने मेरा बचपन कटा गम के आगोश में सुनाकर स्त्री के विभिन्न रूपों को सुनाया तो लोगो की आंखे डबडबा गई।उसके बाद कक्षा सात के छात्र अब्दुल्लाह ने माजिद देवबंदी की गजल मैं तेरे हुस्न को मेहमात के सांचे में


ढालूंगा सुनाया तो लोग तालिया बजाने लगे।इसके बाद कक्षा छः के छात्र ताहिर ने जौहर कानपुरी की नज्म मैं मर जाऊं तो धरती मां हमे गोदी में रखती है ,किसी और का बच्चा इतना प्यारा हो नही सकता सुनाया।कक्षा सात की छात्रा आशु ने काबित्री अंकिता सिंह की कविता कभी उगता हुआ सूरज उजाला नही मांगता,सुनाया।शेरो शायरी और कविता से भरे बाल मंच पर कार्यक्रम शाम सात बजे तक चलता रहा।जिसमे बच्चो की प्रस्तुति ने लोगो को खूब आकर्षित किया।

 कार्यक्रम में स्कूल के अध्यक्ष अकरम खान ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया।


 इस मौके पर स्कूल के प्रबंधक और नगर पंचायत माहुल के चेयरमैन लियाकत अली,एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली,पूर्व महा प्रधान नसीम अहमद,अरशद खान स्कूल के प्रिंसिपल अनावार आलम अविनाश सिंह,राकेश सिंह,राशिद अली,सहित स्कूल के छात्र छात्राएं और अविभावक मौजूद रहे।


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