देवरिया नरसंहार में एक्शन जारी, पुलिस ने तैयार की सूची, 2 अक्टूबर को जमीन विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य सहित छह लोगों की हुई थी हत्या

देवरिया।(सर्वेश पाण्डेय की रिपोर्ट)|जमीन के विवाद को लेकर दो अक्टूबर को देवरिया में हुए नरसंहार के बाद कार्रवाईयों का सिलसिला लगातार जारी है। फतेहपुर के नौ और लोगों के असलहों का लाइसेंस मंगलवार को डीएम ने सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही अब तक इस गांव के 12 लोगों के असलहों का लाइसेंस निलंबित किया जा चुका है। एसपी की रिपोर्ट पर




जिलाधिकारी ने असलहों के लाइसेंस को निलंबित किया है। इसके पहले गांव के तीन लोगों के असलहों का लाइसेंस निलंबित किया गया गया था।

रूद्रपुर के फतेहपुर में भूमि विवाद में 2 अक्तूबर को पहले पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव हत्या कर दी गई, उसके बाद घटना से आक्रोशित प्रेमचंद यादव के समर्थकों ने आरोपी सत्यप्रकाश दूबे समेत उनके परिवार के पांच लोगों की हत्या


कर दी। इस मामले में सत्यप्रकाश की बेटी शोविता की तहरीर पर पुलिस ने 27 नामजद तथा 50 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इस हत्याकांड में असलहे का भी प्रयोग किया गया था। इसकी पुष्टि होने तथा गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस ने असलहों के लाइसेंस वालों की सूची बनाने में जुट गयी। रूद्रपुर कोतवाली पुलिस ने पिछले सप्ताह कुछ लाइसेंसी असलहा रखने वालों की सूची पुलिस अधीक्षक को भेजी। पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने फतेहपुर के दस लोगों का लाइसेंस निलंबित करने को डीएम को रिपोर्ट भेजी। एसपी की रिपोर्ट पर डीएम अखंड प्रताप सिंह ने मंगलवार को फतेहपुर निवासी मृतक प्रेमचंद यादव की राइफल, उमेश यादव व कन्हैया की बंदूक, निशांत सिंह का राइफल, रामनगीना सिंह की बंदूक, चन्द्र प्रकाश यादव की दोनाली बंदूक, विरेन्द्र कुमार निषाद की राइफल, कमलेश कुमार का पिस्टल, शारदा यादव की बंदूक का लाइसेंस निलंबित कर दिया। जबकि नीरज सिंह के बंदूक का लाइसेंस नंबर गलत होने से उसे वापस कर दिया गया। इसके साथ ही अब तक गांव के 12 लोगों के असलहों का लाइसेंस सस्पेंड किया जा चुका है। गांव में सामूहिक हत्याकांड व तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए शांति व्यवस्था बनाये रखने को प्रशासन ने असलहों का लाइसेंसन निलंबित किया है। इसमें कुछ ऐसे लोगों का नाम शामिल हैं जिनके खिलाफ हत्याकांड में केस दर्ज है।

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