सांसद धीरज साहू के ठिकानों से एक आलमारी से 50 करोड़ नकद मिले, 30 अलमारियों में भरे हैं नोट, अब बड़ी मशीनों से की जा रही गिनती

 


झारखंड में केंद्रीय जांच एजेंसियों की तीन बड़ी कार्रवाई, धीरज साहू के घर से अब तक की सबसे बड़ी नकदी जब्त, बड़ी मशीनों से गिनती जारी,आयकर विभाग की छापामारी में राज्यसभा के कांग्रेस सांसद धीरज साहू की बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) व्यापारिक समूह के ठिकानों पर नोटों से भरी 30 बड़ी अलमारियां मिली हैं। आयकर अधिकारियों को इन अलमारियों से भारी मात्रा में नकदी मिलने का अनुमान है। अब तक 50 करोड़ रुपये से अधिक की गिनती हो चुकी है। हालांकि, नकदी का सही-सही आंकड़ा गिनती पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। फिलहाल, विभाग ने अलमारियों में मिले नोटों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात कराया है। 

इतनी बड़ी नकदी मिलने की सूचना पर हैदराबाद के डीजी इनवेस्टिगेशन संजय बहादुर भी ओडिशा पहुंच गये हैं। ओड़िशा के भी बड़े आयकर अधिकारी ठिकानों पर कैंप कर रहे हैं। नोटों से भरे सबसे अधिक अलमारी ओडिशा के बलांगीर में मिले हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, उक्त राशि के देश में कानूनी तरीके से जब्त की जाने वाली सबसे बड़ी नकदी होने का अनुमान है। 

इससे




पहले बुधवार को छापामारी के दौरान अलमारियों से मिले नोटों की गिनती मशीनों के जरिये शुरू हुई। मशीनों की क्षमता कम थी, जिससे उनके जलने का खतरा पैदा हो गया, इसलिए 50 करोड़ रुपये तक की गिनती के बाद बैंक के अधिकारियों ने नोटों की गिनती रोक दी। स्थिति को देखते हुए भुवनेश्वर और हैदराबाद से हवाई जहाज के जरिये नोट गिनने की बड़ी मशीनें मंगायी गयीं। देर शाम भुवनेश्वर से मशीनें पहुंच भी गयीं और गिनती शुरू हो गयी।

देश में कानूनी तरीके से जब्त की जानेवाली सबसे बड़ी नकदी होने का अनुमान।

कम क्षमतावाली मशीनों के जलने की आशंका से बैंक अधिकारियों ने नोटों की गिनती रोकी।

हैदराबाद और भुवनेश्वर से हवाई जहाज से मंगायी गयीं नोट गिनने की बड़ी मशीनें।

बड़ी बरामदगी की सूचना पर हैदराबाद के डीजी इनवेस्टिगेशन भी ओडिशा पहुंचे।

देश में अब तक जब्त बड़ी नकदी

* 200 करोड़ रुपये : जीएसटी की छापामारी के दौरान पीयूष जैन के ठिकानों से जब्त किये गये थे।

* 142 करोड़ रुपये : चेन्नई में आयकर विभाग द्वारा की गयी छापामारी के दौरान जब्त किये गये थे।

* 95 करोड़ रुपये : कानपुर में आयकर छापे में जब्त हुए थे. पूरी रकम बंद हो चुके पुराने नोटों की थी।

तीन दिन लग सकते हैं इन नोटों को गिनने में

सूत्रों के अनुसार, 30 अलमारियों में भरे इन नोटों को बड़ी मशीनों से गिनने में भी कम से कम तीन दिन लग जायेंगे। नोटों की गिनती के बाद इस व्यापारिक समूह द्वारा नकदी रखने की वैधानिक अधिकार से साथ मिलान करने के बाद अतिरिक्त नकदी को जब्त किया जायेगा। इसके बाद आयकर अधिनियम में निहित प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई की जायेगी।

टैक्स चोरी के आरोप में आयकर विभाग ने शुरू की थी छापेमारी

ओडिशा आयकर विभाग की अनुसंधान शाखा ने टैक्स चोरी के आरोप में छह दिसंबर को बीडीपीएल व्यापारिक समूह से जुड़ी कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की थी. बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) व्यापारिक समूह में चार कंपनियां-बीडीपीएल, बलदेव साहू इंफ्रा लि, क्वालिटी बॉटलर्स और किशोर प्रसाद-विजय प्रसाद बिवरेज लिमिटेड शामिल हैं। बलदेव साहू इंफ्रा फ्लाई ऐश ब्रिक्स का काम करती है, जबकि शेष सभी कंपनियां शराब के व्यापार से संबंधित हैं। 

ओडिशा में शराब के व्यापार पर इस समूह का दबदबा है। इनमें ओडिशा में समूह की सभी कंपनियों के बौध, रायडीह, संबलपुर और बलांगीर जिला स्थित कंपनी के निदेशकों व कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी की गयी है। वहीं, झारखंड में रांची और लोहरदगा स्थित कंपनी के ठिकानों पर भी छापामारी की जा रही है। लोहरदगा में धीरज साहू के ठिकानों पर देर रात तक आयकर की टीम जमी थी।

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