नाबालिग बच्ची की हत्या का खुलासा ,पुलिस को बड़ी कामयाबी, दुष्कर्म के बाद हत्या

 आज़मगढ़ । शिवलाल यादव की रिपोर्ट|बरदह थाना क्षेत्र के हिलालपुर अवदह में विगत दिन  नदी के किनारे  मिली नाबालिग बच्ची की हत्या का खुलासा  पुलिस ने कर दिया। 

पुलिस के कथनानुसार शादी में मेंहदी लगाने वाले युवक ने ही मासूम से दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी । पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया व उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त गमछा व कोचनी भी बरामद कर लिया है।

बताते चलें कि  बरदह थाने के ग्राम हिलालपुर अवदह में रिश्तेदार के यहां अपनी पत्नी व करीब 11 साल की पुत्री के साथ शादी समारोह में शामिल होने आए थे। गुरूवार की सुबह अपने पुत्री को घर पर न पाकर अन्य रिश्तेदारो के साथ तलाश करना शुरु किए तो करीब 5 बजे सुबह नदी के पास पहुँचे तो देखा कि मेरी पुत्री मृत अवस्था में मिली जहाँ मुँह से लेकर कमर तक पानी में था व शरीर पर जगह-जगह चोटे के निशान मौजूद थे।


वादी के इस सूचना पर पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की। घटना स्थल का निरीक्षण स्वयं पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य द्वारा किया गया तथा घटना का अनावरण व अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु थाना प्रभारी बरदह को निर्देशित किया गया। विवेचना के दौरान मेडिकल रिपोर्ट के अवलोकन से मुकदमा उपरोक्त में धारा 376(क)(ख) भादवि व 5(एम)/6 पाक्सो एक्ट की बढोत्तरी की गयी तथा गांव में पूछताछ के दौरान आरोपी नीरज पुत्र रघुवर ग्राम मोलनापुर थाना महाराजगंज का नाम प्रकाश में आया।इसी क्रम में क्षेत्राधिकारी लालगंज के नेतृत्व में प्र0नि0 बरदह विकासचन्द पाण्डेय मय हमराह द्वारा आरोपी नीरज पुत्र रघुवर की गिरफ्तारी हेतु उसके रिश्तेदार के घर ग्राम हिलालपुर अवदह दबिश दी गयी तो आरोपी वहां मौजूद मिला। जहां से आरोपी को शुक्रवार कोे हिरासत पुलिस में लिया गया तथा आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त गमछा व कोचनी बरामद किया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि अपने रिश्तेदारी में शादी में मेंहदी लगाने आया था, रात तीन बजे भोर तक मैं औरतो के हाथ में मेंहदी लगाता रहा। मृतका पीड़िता भी मेंहदी लगवाने के लिए मेरे पास बार-बार आ रही थी उसको देखकर मेरी नीयत खराब हो गयी थी। मैं उससे बोला कि सबसे आखिरी मे तुमको मेंहदी लगाउंगा।

रात करीब तीन बजे पीड़िता को नदी के किनारे ले जाकर मृतका के साथ गलत काम कर रहा था तो दर्द के वजह से मुझे धक्का दे रही थी लेकिन मैंने अपने पास लिये गमछे से उसका मुंह दबा दिया तथा अपना काम करने के बाद उसको हिलाया डुलाया तो शांत पड़ी रही अपने पास लिये कोचनी से उसको जगह जगह कोच कर देखा कि जिन्दा है कि मर गयी है कोई हरकत न होने पर नदी के किनारे पर ही ढकेल कर वापस घर आकर सो गया। गमछा व कोचनी नदी के किनारे झाडी में छिपाकर दिया।

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