सपाईयों पर जमकर बरसी पुलिस की लाठियां, घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल, अपने नेता का दीदार करने के चक्कर में पड़ी लाठियां

लाठी चार्ज की फ़ोटो 

गोरखपुर। सर्वेश पाण्डेय की रिपोर्ट|यूपी के गोरखपुर में एयरपोर्ट गेट पर सोमवार की शाम को सपाइयों की पुलिस वालों से हल्की झड़प हो गई। पुलिसकर्मियों के लाख समझाने के बाद भी जब सपाई नहीं माने तो पुलिस ने उन पर लाठियां भांजी। इसके बाद सपाई तितर बितर होकर भाग निकले। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल सोमवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव देवरिया में हुए नरसंहार के पीड़ितों से मिलने पहुंचे थे। इसके बाद अखिलेश वापस लौट रहे थे। सपा कार्यकर्ताओं को जब अखिलेश के वापस लौटने की खबर मिली तो कुछ लोग एयरपोर्ट पहुंच गए और गेट पर ही अखिलेश का इंतजार करने लगे। अखिलेश की एक झलक पाने के लिए सपा कार्यकर्ता झुंड बनाकर खड़े हो गए। बड़ी संख्या में सपाइयों को देखकर अखिलेश के सुरक्षा कर्मियों ने सपा प्रमुख को गेट के अंदर कर दिया। अखिलेश से मिलने के लिए सपाई भी एयरपोर्ट गेट के अंदर प्रवेश करने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस के रोकने पर सपाइयों ने हंगामा करने की कोशिश लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने इन पर लाठियां बरसा दीं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव सोमवार को देवरिया नरसंहार में मारे गए लोगों के परिवार वालों से मिलने पहुंचे। सपा अध्यक्ष दिन में करीब डेढ़ बजे फतेहपुर पहुंचे। उन्होंने लेहड़ा टोले पर पहुंच कर 2 अक्टूबर को हुए नरसंहार में मारे गए सत्यप्रकाश दूबे और उनके परिवार के सदस्यों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद अभयपुर टोले पर पहुंच कर प्रेमंचद यादव को श्रद्धांजलि देकर उनके परिजनों को ढांढस बंधाया। यहां करीब एक घंटे तक रहे। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि देवरिया काण्ड बेहद दुभाग्यपूर्ण है। यह मुख्यमंत्री का गृहजनपद है। वे इसे अपना घर मानते हैं। इसके बावजूद जीरो टालरेंस की सरकार में ऐसी घटना हुई कि उन्हें बीसों अधिकारियों को सस्पेंड करना पड़ा। जो यहां से चले गए है, वे भी सस्पेंड किए गए। उन्होंने कहा कि घटना कैसे हुई इसकी सच्चाई अभी तक शासन-प्रशासन सामने नहीं ला पाए। मुझे याद है मैंने डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट का वह बयान सुना जिसमें उन्होंने कहा कि प्रतिशोध में घटना हुई। देवरिया की घटना शासन, प्रशासन और न्याय के लिए महत्वपूर्ण है। फतेहपुर गांव में अखिलेश के आगमन को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस-पीएसी तैनात रही। पांच सीओ, दो दर्जन इंस्पेक्टर और दर्जनों दरोगा मुस्तैद रहे। इसके बावजूद बैरिया चौराहे से लेकर फतेहपुर गांव तक बड़ी संख्या में सपाई पहुंच गए थे। कई बार पुलिस को उन्हें लाठी भांज कर खदेड़ना पड़ा। ऐसे में गांव में लागू धारा 144 की धज्जियां उड़ती रहीं।

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