फर्जी मजिस्ट्रेट को पुलिस ने किया गिरफ्तार, नौकरी दिलाने के नाम पर करता था ठगी, 2015 में सचिवालय लखनऊ में नौकरी से कर दिया गया था बाहर

आजमगढ़।(सर्वेश पाण्डेय की रिपोर्ट)|थाना सिधारी पुलिस द्वारा एक फर्जी मजिस्ट्रेट को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त नौकरी दिलाने के नाम लोगों के साथ ठगी करता था। इतना ही नहीं वह फर्जी मजिस्ट्रेट लिखी गाड़ी से चलता था। पुलिस ने गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया।

14 अक्टूबर को काशिफ पुत्र असलम, निवासी सा0 मुहल्ला सिधारी (पठानटोली) थाना सिधारी द्वारा थाने में शिकायत किया गया था कि जियाउल इस्लाम सिद्दीकी पुत्र शकील अहमद सिद्दीकी सा0 धकेरा तहसील लहरपुर जनपद सीतापुर ने जाहिद उर्फ गोलू को नौकरी दिलाने के नाम पर 14 लाख रूपये ले लिया। सिधारी पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसकी विवेचना वरिष्ठ उपनिरीक्षक धनराज सिंह


द्वारा की जा रही है। 15 अक्टूबर को सायं 5.20 बजे वरिष्ठ उपनिरीक्षक धनराज सिंह ने अभियुक्त जियाउल इस्लाम सिद्दीकी को हाइडिल चौराहे से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 95000 हजार रूपये नगद, 02 परिचय पत्र सचिवालय उत्तर प्रदेश शासन, 01 आधार कार्ड कूट रचित, 01 गाड़ी 4 पहिया, 03 कूट रचित नम्बर प्लेट, 03 मोबाईल बरामद हुया। पूछताछ में अभियुक्त जियाउल इस्लाम सिद्दीकी ने बताया कि मैं वर्ष 2001 में संविदा पर सचिवालय लखनऊ में नौकरी करता था। वर्ष 2015 में मेरी छटनी कर निकाल दिया गया। मै उसी का लाभ उठाकर फर्जी परिचय पत्र मजिस्ट्रेट के नाम से लखनऊ सचिवालय से बनवाकर तथा गाड़ी में मजिस्ट्रेट का फर्जी बोर्ड लगाकर चलता हूँ और नौकरी आदि दिलाने के नाम पर इसी परिचय पत्र को दिखाकर लोगो से पैसा ले लेता था।

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